कृषि पहल
किसानों की बेहतरी के लिए हमेशा काम करने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने वर्ष 2016-17 को किसान वर्ष घोषित किया है। पार्टी किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहती है, जिससे प्रदेश की प्रगति हो सके। उत्तर प्रदेश के 2016-17 के बजट में भी इसी बात को ध्यान में रखकर किसानों के लिए खास तौर पर प्रबंध किया गया। बकाया भुगतान के लिए 1336 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई तो किसान दुर्घटना बीमा के मद में 240 करोड़ रुपये का भी इंतजाम बजट में किया गया है। सूखा प्रभावित इलाकों में प्रभावित हुए किसानों को राज्य आपदा कोष से आर्थिक मदद दी गई तो उनके नुकसान की भरपाई
भी की जा रही है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने किसानों और खेती से जुड़े विभागों को कम्प्यूटरीकृत करना शुरू कर दिया है। इससे कामकाज की आॅनलाइन निगरानी हो सकेगी। साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा कि हर किसान को योजनाओं पर सही और उचित लाभ मिले। किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके, इसके लिए समाजवादी सरकार लखनऊ, सैफई, मैनपुरी, बहराइच, कासगंज, झांसी, कन्नौज और हापुड़ में किसान मंडियां बना रही है। किसान समय पर बीज, खाद और खेती के उपकरण खरीद सकें, इसके लिए समाजवादी सरकार ने उनके लिए 93212 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
सिंचाई के क्षेत्र में समाजवादी सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। सरकार ने किसानों के खेतों में फोटोवोल्टिक पंप लगाने का निर्णय किया है, जिससे किसानों को महंगे डीजल, बिजली से निजात मिलेगी। प्रशिक्षित कृषि उद्यमियों की देखरेख में 1000 से ज्यादा एग्री जंक्शन बनाए जा रहे हैं। ये सभी कदम किसानों के साथ उत्तर प्रदेश के समग्र विकास के लिए उठाए जा रहे हैं।